देश में कोरोना वायरस महामारी से लड़नें में प्रथम महिला भी मास्क सिल कर जरूरतमंदों की मदद को आगे आई
देश में कोरोना वायरस महामारी से लड़नें में सब एक दिखाई दे रहे हैं। बड़ा हो या छोटा, देश का हर नागरिक कोरोना के खिलाफ किसी ना किसी तरह से अहम भूमिका निभा ही रहा है। चाहे घर में रहकर कोरोना को हराना ही क्यों ना सही। वहीं, इस बीच भारत की प्रथम महिला भी लोगों की सहायता के लिए खुद मास्क बनाने लग गई हैं। प्रथम महिला सविता कोविंद भी खुद से मास्क बनाकर कोरोना से जंग में डटे रहने का संदेश दे रहीं हैं। प्रथम महिला सविता कोविंद गरीबों के लिए मास्क सिल रहीं हैं।
प्रथम महिला सविता कोविंद ने बुधवार को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई के हिस्से के रूप में अपना अंशदान दिया।प्रेसिडेंट एस्टेट की शक्ति हाट में उनके द्वारा मास्क सिले जा रहे हैं। इससे एक संदेश भी जा रहा है कि वैश्विकर और राष्ट्रीय चुनौती का सामान मिलकर ही किया जा सकता है। बता दें कि शक्ति हाट में सिले जा रहे मास्क दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के विभिन्न आश्रय घरों में वितरित किए जाते हैं।
दिन में थाने की ड्यूटी, रात में गरीबों के लिए बना रहे मास्क
उत्तरप्रदेश के मीरजापुर में आरपीएफ के हेड कांस्टेबल विभूति नारायन सिंह, जो पूरे दिन थाने का काम निपटाने के बाद रात घर पहुंचने पर अपनी धर्मपत्नी संग गरीबों में बांटने के लिए मास्क तैयार करते है। प्रतिदिन लगभग 25 से 30 मास्क बनाते है। इसके अलावा भी देश में अनेक ऐसी ही उदाहरण है, जो बता सकते हैं कि इस महामारी में सब एक साथ मिलकर एक दूसरे की जान बचा रहे हैं।
भारत पर नजर
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) के अब तक 20,471 मामले सामने आ गए हैं। इनमें से 15,859 लोगों का इलाज जारी है। 3959 लोग ठीक हो गए हैं। 652 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा मामले मुंबई में सामने आए हैं। यहां पांच हजार से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। गुजरात और दिल्ली में दो हजार से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में हजार से अधिक मामले सामने आ गए हैं।