कोरोनावायरस का शिकार हुईं कनिका कपूर इस वक्त लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में एडिमट
कोरोनावायरस का शिकार हुईं कनिका कपूर इस वक्त लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में एडिमट हैं। वहां उनका इलाज चल रहा है। कनिका 15 मार्च को लंदन से भारत लौटीं उसके बाद वो लखनऊ में एक पार्टी में शामिल हुईं, वहां उनकी तबीयत बिगड़ी, टेस्ट हुआ तो पाया गया है कि वो कोरोनावायरस का शिकार हैं। जिसके बाद लखनऊ से लेकर मुंबई तक हड़कंप मच गया और उन्हें वहीं के पीजीआई अस्पताल में भर्ती कर लिया गया।
एडमिट होने के बाद कनिका के बारे में खबर आई कि वो हॉस्पिटल स्टाफ के साथ ठीक से बर्ताव नहीं कर रही हैं। वहीं कनिका का आरोप था कि डॉक्टर उन्हें ठीक से ट्रीट नहीं कर रहे हैं और उनका कमरा भी गंदा है। अब उनके आरोपों पर पीजीआई अस्पताल के निर्देशक डॉ. आरके धीमान ने जवाब दिया है। धीमन ने इन सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कनिका का कमरा हर चार घंटे में साफ किया जा रहा है, इतना ही नहीं उन्हें ग्लूटन फ्री खाना दिया जा रहा है।
अहमदाबाद मिरर से बातचीत में धीमन ने कहा, ‘कनिका कपूर को अच्छी सुविधा दी जा रही है। उनके लिए हर चार घंटे में स्टाफ चेंज होता है। वो लोग कुछ खा भी नहीं सकते क्योंकि उन्होंने anti-infection equipment पहने हुए हैं। हर चार घंटे में उनका कमरा साफ होता है और दूसरी टीम आ जाती है। कनिका कपूर के सारे आरोप बेबुनियाद हैं।
डॉक्टर ने कहा, ‘कनिका कपूर को हमारे सात सहयोग करना चाहिए। उन्हें एक पेशेंट की तरह व्यवहार करना चाहिए ना की नखरे दिखाने चाहिए। उन्हें हम ग्लूटन फ्री खाना दे रहे हैं। तो उनको भी हमारे साथ को-ओपरेट करना चाहिए ताकी जल्दी ठीक हो सकें।
आपको बता दें कि कनिका कपूर का दूसरा कोविड 19 टेस्ट भी पॉजिटिव आया है। कनिका के घर वालों ने पहले टेस्ट को लेकर सवाल उठाये थे। कनिका की हालत फ़िलहाल स्थिर बतायी जाती है। दरअसल, पहले टेस्ट की रिपोर्ट में कुछ चीज़ें ग़लत होने की वजह से कनिका के घर वालों ने रिपोर्ट को संदिग्ध बताया था। इस रिपोर्ट में कनिका का लिंग और उम्र ग़लत लिखे हुए थे। उन्हें पुरुष लिखा गया था और उम्र 28 साल लिखी गयी थी। टेस्ट निष्कर्ष पॉज़िटिव लिखा गया था।