कोरोना वायरस को लेकर अच्छी खबर: नवंबर तक इस महामारी से बचाव की वैक्सीन आने की उम्मीद
कोरोना वायरस (CoronaVirus) के संक्रमण से जूझती दुनिया के लिए यह उम्मीद भरी खबर है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो नवंबर के अंत तक भारत में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) का उत्पादन शुरू हो जाएगा। ऐसी उम्मीद पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के अधीक्षक डॉ. सीएम सिंह जता रहे हैं। दरअसल, संस्थान में 40 वालंटियरों पर हो रहे पहले चरण के मानव परीक्षण (Human Trial) के सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं। जिन लोगों को प्रथम डोज दी गई है, उन्हें दूसरी डोज देने की प्रक्रिया 29 जुलाई से शुरू की जाएगी। वैक्सीन का मानव शरीर पर साइड इफेक्ट शून्य है।
पटना एम्स में 40 लोगों को एंटीजन के पहले डोज का कोई साइड इफेक्ट नहीं मिला। तीन लोगों को इंजेक्शन का दर्द हुआ था। सब कुछ ठीक रहा तो इस साल नवंबर में स्वदेशी वैक्सीन का उत्पादन शुरू हो जाएगा।
अक्टूबर में दी जाएगी आखिरी डोज
पटना एम्स में 15 जुलाई को जिस व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज 5 मिलीग्राम दी गई थी, उसे 29 जुलाई को दूसरी और 12 अगस्त को तीसरी डोज दी जाएगी। चौथी डोज 26 अगस्त को और पांचवीं 24 अक्टूबर को दी जाएगी। सभी डोज के पूर्व एंटीबॉडी की जांच की जाती है।
हर 14 दिन पर एंटीबॉडी टेस्ट
देश में 40 लोगों पर वैक्सीन का परीक्षण बिहार में ही संभव हो सका है। जिन स्वस्थ लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है, उनके शरीर में एंटीबॉडी का टेस्ट प्रत्येक 14 दिन के अंतराल पर किया जाएगा। चौथी डोज देने के 52 दिनों के बाद एंटीबॉडी जांच होगी। अंतिम जांच 194 दिन बाद की जाएगी।
एम्स प्रबंधन के अनुसार मानव ट्रॉयल के लिए अब तक 70 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है जिसमें 17 लोग कोरोना पॉजिटिव होने के कारण अयोग्य करार दिए गए। प्रथम चरण के ट्रायल में पटना एम्स प्रथम और पीजीआई रोहतक दूसरे स्थान पर है।
प्रथम और दूसरा चरण
कोरोना वैक्सीन प्रथम चरण का ट्रायल देशभर में 375 लोगों पर करना है। दूसरे चरण में 750 लोगों पर यह परीक्षण होना है। प्रथम चरण में 18 से 55 आयु वर्ग के लोग होंगे जबकि दूसरे चरण में 12 से 65 वर्ष के लोगों पर परीक्षण किया जाएगा।
वैक्सीन परीक्षण टाइमलाइन
प्रथम डोज – 15 जुला
दूसरा डोज – 14वें दिन
तीसरा डोज – 28वें दिन
चौथा डोज – 42वें दिन
पांचवां डोज – 104वें दिन
अंतिम डोज – 194वें दिन