कोरोना वैक्सीन के ट्रायल को लेकर एक बड़ी और राहत भरी खबर सामने आई
कोरोना वायरस पर काबू पाने की कोशिशों में बड़ी कामयाबी मिली है। कोरोना वैक्सीन के ट्रायल का प्रथम फेज सफल रहा है। पीजीआइ के चिकित्सकों ने अब सेफ्टी कंट्रोल बोर्ड की अनुमति के बाद प्रथम फेज के पार्ट टू में छह लोगों को डोज दी है, जबकि 25 और लोगों को डोज देने की तैयारी है। वहीं, अगले सप्ताह में पहले पार्ट में वैक्सीन देने वाले लोगों को दूसरी डोज देने की भी तैयारी शुरू कर दी है।
दूसरे पार्ट में पीजीआइएमएस में करीब 30 लोगों को ट्रायल के लिए दी जाएगी वैक्सीन
पीजीआइएमएस (पंडित भगवत दयाल शर्मा चिकित्सा विश्वविद्यालय) में 17 जुलाई को कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू हुआ था। ट्रायल के लिए फार्माकोलॉजी विभाग की प्रोफेसर डा. सविता वर्मा को ङ्क्षप्रसिपल इंवेस्टीगेटर, कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा. रमेश वर्मा व पल्मोनरी क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा. ध्रुव चौधरी को सहायक इंवेस्टीगेटर नियुक्त किया गया था।
अभी तक पीजीआइ में दूसरे पार्ट के लिए 20 वालंटियर्स की हो चुकी है स्क्रीनिंग
ट्रायल के दौरान डीसीजीआइ (ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) के निर्देश पर पहले चरण में देश भर में 50 लोगों के सापेक्ष 20 लोगों को पीजीआइ में वैक्सीन की डोज दी गई थी। वैक्सीन देने के बाद सभी वालंटियर्स की सेहत ठीक है। इसकी रिपोर्ट चिकित्सकों ने सेफ्ट्री कंट्रोल बोर्ड व डीसीजीआइ को भेजी थी। सेफ्ट्री कंट्रोल बोर्ड की ओर से वैक्सीन को सुरक्षित घोषित करते हुए ट्रायल को आगे बढ़ाने की मंजूरी दे दी गई है।
छह को दी जा चुकी है वैक्सीन, दस की जांच रिपोर्ट आने के बाद होगा फैसला
अब चिकित्सकों ने पहले फेज के दूसरे पार्ट के तहत ट्रायल शुरू कर दिया गया है। अब देश भर के 12 संस्थानों में 325 लोगों को वैक्सीन की डोज दी जानी है। पीजीआइएमएस के चिकित्सकों को 30 लोगों को डोज देनी है। इनमें से करीब 20 वालंटियर्स के स्वास्थ्य की जांच की गई है। पूरी तरह से स्वस्थ पाए जाने पर छह लोगों को डोज दी गई है, जबकि 10 लोगों की स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट का इंतजार है। फेज वन के पार्ट वन में सफलता से चिकित्सकों को उम्मीद है कि वैक्सीन आगे भी सुरक्षित रहेगी और साल के अंत तक लोगों के लिए उपलब्ध हो सकती है।
ट्रायल में उम्मीद के मुताबिक नहीं आ रहे वालंटियर्स
ट्रायल के लिए चिकित्सकों की उम्मीद के मुताबिक वालंटियर्स नहीं आ रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि प्रतिदिन औसतन दस लोग वैक्सीन के ट्रायल के लिए हेल्पलाइन नंबर 9416447071 पर कॉल कर पंजीकरण करा रहे हैं।
वैक्सीन को सेफ्टी के मानकों पर खरा माना गया
”पहले पार्ट में जिन लोगों को डोज दी गई थी, वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं। इसके चलते वैक्सीन को सेफ्टी के मानकों पर खरा माना गया है। पहले पार्ट में जिन 20 लोगों को डोज दी गई थी, अब अगले सप्ताह में उन्हें दूसरी डोज दी जाएगी।