श्री रामचरित्र मानस को किया जाय राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित : नरेंद्र मोदी सेना सभा
श्री रामचरित्र मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित किया जाए : नरेंद्र मोदी सेना सभा
शामली । नरेंद्र मोदी सेना सभा रजिः के माध्यम से भारत के महामहिम राष्ट्रपति को इस ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष कमल बंसल जी व जिला अध्यक्ष अंजुल बंसल महिला मोर्चा द्वारा अवगत कराया गया कि
श्री रामचरितमानस के संदर्भ में कुछ दिनों सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने तुलसीदास जी द्वारा रचित श्री रामचरितमानस के लिए अपमान जनक शब्दो का प्रयोग किया जिससे श्री रामचरितमानस को मानने वाले करोड़ों लोगो की आस्था को ठेस पहुंची है।
गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित श्री रामचरित्र मानस करोड़ों लोगों की आस्था का धार्मिक ग्रंथ है।
श्रीरामचरितमानस सामाजिक समरसता का संदेश देती है
भारत का राष्ट्र जीवन अखंड रामायण है राम भारतीय संस्कृति का जीवमान आदर्श है।
रामकथा दुनिया की श्रेष्ठतम काव्य रचना है।
श्रीराम भारत का धीरज और मर्यादा है राष्ट्र का पौरष और पराक्रम है।
वह गाने योग्य गाथा है रसपरिपूर्ण काव्य है आनंदमगन करने वाले गीत भी है।
भारत और भारतीय संस्कृति के कण-कण में राम रमते हैं।
डीएम के माध्यम से देश के महामहिम राष्ट्रपति को इस ज्ञापन के माध्यम से एक निवेदन करना चाहते हैं कि श्री रामचरित्रमानस को देश के करोड़ों लोगों की आस्था पर विश्वास रखते हुए श्रीरामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित किया जाए
उपस्थित अलकेश उपाध्याय जिला अध्यक्ष,
सरोज गोयल, सुषमा, सीमा, पूनम, नीरज जैन, नरेंद्र ममतेश जैन, कविता मित्तल, वीना रूहेला, मंजू मित्तल, रजनी गर्ग, नीरु शर्मा,
अजय कश्यप, पारस बंसल, महैंदर सिंह, राकेश गोयल, मोनू नामदेव, उमेश संगल, तुषार कुमार, आदि लोग रहें।