स्वयं को बैंक अधिकारी बताकर ठगे
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अजय सिंह ने बताया
1- जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक प्रार्थना पत्र प्रेषित किया जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उनके मोबाईल पर एक मैसेज प्राप्त हुआ जिसमे बताया गया कि आपका KYC अपडेट न होने की वजह से आपका मोबाईल नम्बर बंद होने वाला है तथा अपना नम्बर आधार से लिंक करने के लिये दिये गये नम्बर पर कॉल करें । शिकायतकर्ता द्वारा मैसेज मे दिये गये नम्बर पर कॉल किया गया तो उनके द्वारा Any Desk App download करने हेतु कहा गया । शिकायतकर्ता द्वारा उस पर विश्वास करते हुये Any Desk App download कर अपने इंटरनेट बैंकिग डिटेल उपलब्ध करा दिये गये। जिसके उपरान्त साईबर अपराधियों द्वारा उनके नेट बैंकिंग एवं मोबाईल फोन का एक्सेस प्राप्त कर उनके बैंक खाते से कुल 16,76,266/- (सोलह लाख छियत्तर हजार दौ सौ छियासठ) रुपये की धोखाधड़ी की गयी । प्रकरण में थाना साईबर क्राईम पर अभियोग पंजीकृत किया गया है ।
2- जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक प्रार्थना पत्र प्रेषित किया जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उनके मोबाईल पर एक मैसेज प्राप्त हुआ जिसमे बताया गया कि आपके मोबाईल नम्बर की वैलिडिटि समाप्त हो रही है, 24 घंटे के अन्दर दिये गये नम्बर पर कॉल करे । शिकायतकर्ता द्वारा मैसेज मे दिये गये नम्बर पर कॉल किया गया तो उनके द्वारा Any Desk App download करने तथा उसके उपरान्त 11/- रुपये का रिचार्ज करने हेतु कहा गया । शिकायतकर्ता द्वारा उस पर विश्वास करते हुये Any Desk App download कर अपने नेट बैंकिंग के माध्यम से 11/- रुपये का रिचार्ज किया गया जिसके उपरान्त साईबर अपराधियों द्वारा उनके नेट बैंकिंग एवं मोबाईल फोन का एक्सेस प्राप्त कर उनके बैंक खाते से 5,58,867/- (पांच लाख अठ्ठावन हजार आठ सौ सड़सठ) रुपये धोखाधड़ी से निकाल लिये । प्रकरण में थाना साईबर क्राईम पर अभियोग पंजीकृत किया गया है।
3- जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति द्वारा थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन को एक प्रार्थना पत्र प्रेषित किया जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उन्हे एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन कर स्वयं को बैंक अधिकारी बताकर क्रेडिट कार्ड में 02 सर्विस एक्टिवेट होना जिसके लिये शुल्क जमा करने की बात कही गयी। तथा उक्त सर्विसेस को डिएक्टीवेट करने की प्रक्रिया हेतु क्रेडिट कार्ड नम्बर एवं अन्य गोपनीय जानकारी मांगी गयी। उक्त पर विश्वास करते हुये शिकायतकर्ता द्वारा अपने क्रेडिट कार्ड की डिटेल एवं ओ0टी0पी0 शेयर किया गया जिस कारण उनके खाते से 28500/- (अठ्ठाईस हजार पांच सौ) रुपये की निकासी हो गयी । उक्त प्रार्थना पत्र पर साईबर थाने से उप निरीक्षक राजेश ध्यानी के द्वारा जांच की गयी तो ज्ञात हुआ कि शिकायतकर्ता के खाते से धनराशि मध्य प्रदेश के फिनकेयर बैंक के खाते में जानी पायी गयी जिसे तत्काल डेबिट फ्रीज कराया गया, तथा मोबाइल धारक की जानकारी की गयी तो उक्त नम्बर उ0प्र0 का होना पाया गया । प्रार्थना पत्र अग्रिम कार्यवाही हेतु जनपद देहरादून को प्रेषित किया गया है ।
4- जनपद देहरादून निवासी व्यक्ति के द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड़ में प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया, जिसमे उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उन्होने ओ0एल0एक्स0 वेबसाईट पर एक एक्टिवा का विज्ञापन देखा था जिसे खरीदेन हेतु विज्ञापन मे दिये गये नम्बर से सम्पर्क किया गया । उक्त व्यक्ति से सौदा तय होने पर उसके द्वारा एडवांस एवं अलग-अलग शुल्क/ड्यूटी के नाम पर कुल 29,952/- (उन्तीस हजार नौ सौ बावन) रुपये जमा कराकर धोखाधड़ी की गयी। उक्त प्रार्थना पत्र पर साईबर थाने से उप निरीक्षक निर्मल भट्ट के द्वारा जांच की गयी तो शिकायतकर्ता द्वारा उपलब्ध कराये गये विवरण के आधार पर पेटीएम वॉलेट से सम्पर्क किया गया तो ज्ञात हुआ कि शिकायतकर्ता के खाते से धनराशि मथुरा उ0प्र0 निवासी व्यक्ति के पेटीएम खाते से ICICI बैंक मध्य प्रदेश के खाते में जानी पायी गयी जिसे तत्काल डेबिट फ्रीज कराया गया, तथा मोबाइल धारक की जानकारी की गयी तो उक्त नम्बर कर्नाटक, उड़ीसा राज्य के होने पाया गया । प्रार्थना पत्र अग्रिम कार्यवाही हेतु जनपद देहरादून को प्रेषित किया गया है ।
साईबर सुरक्षा टिप
किसी अज्ञात नंबर से मैसेज में आये किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।
किसी अंजान व्यक्ति के बहकावे मे आकर Any Desk, Quick Support आदि Remote Access app डाउनलोड न करें ।
अपने मोबाईल फोन, कम्प्यूटर आदि का एक्सेस किसी अंजान व्यक्ति को न दे ।
ध्यान रखे कि अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गये किसी भी पेमेन्ट गेटवे /वॉलेट/मोबाईल एप्लीकेशन पर धनराशि प्राप्त करने हेतु कभी भी न तो QR कोड स्कैन करें, और न ही UPI पिन डालें ऐसा करने से हमेशा धनराशि आपके खाते से ही डेबिट होगी ।
कृपया गूगल या अन्य किसी सर्च इंजन पर किसी कम्पनी / बैंक का कस्टूमर केयर नम्बर न ढूंढें । कस्टमर केयर का नम्बर सम्बन्धित कम्पनी / बैंक की अधिकारिक वैबसाईट से ही देखें ।
ऑनलाईन प्लेटफार्म पर खरीदारी या सामान बेचते वक्त द्वितीय पार्टी में तत्काल विश्वास ना करें। सामान को भौतिक रुप से देखने व विक्रेता/क्रेता से व्यक्तिगत रुप में मिलकर ही भुगतान करें ।
किसी भी साईबर शिकायत / सुझाव के लिए–
संपर्क: 0135-2655900
email- ccps.deh@uttarakhandpolice.uk.gov.in
फेसबुक – https://www.facebook.com/cyberthanauttarakhand/
“साईबर अपराध से बचने हेतु अपना पासवर्ड नियमित तौर पर बदलते रहे”