राज्यपाल ने अदम्य साहस और अटूट देशभक्ति को कृतज्ञतापूर्वक स्मरण किया
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने विजय दिवस के अवसर पर 1971 के युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा प्रदर्शित असाधारण वीरता, अदम्य साहस और अटूट देशभक्ति को कृतज्ञतापूर्वक स्मरण किया है। विजय दिवस की पूर्व संध्या में जारी अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि विजय दिवस भारतीय सेना के शौर्य, बलिदान और गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है। यह दिन न केवल 1971 के युद्ध की महान जीत का स्मरण कराता है, बल्कि उन वीर जवानों को श्रद्धांजलि देने का भी अवसर है, जिन्होंने अपने अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान से यह विजय सुनिश्चित की। उन्होंने कहा कि देश का हर नागरिक इन वीर जवानों के प्रति गर्व और सम्मान की भावना से ओतप्रोत है।
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय सेना का हर जवान हमारे राष्ट्र का गौरव है। उनकी निष्ठा, पराक्रम और बलिदान देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। हमारी सेना न केवल सीमाओं की रक्षा करती है, बल्कि देश के हर नागरिक में विश्वास और सुरक्षा का भाव भी भरती है। विजय दिवस हमें यह संकल्प लेने का अवसर देता है कि हम एकजुट होकर देश की प्रगति, सुरक्षा और संप्रभुता के लिए समर्पित और देश की सेना और उसके जवानों के प्रति अपना सम्मान और आभार व्यक्त करें।