मेलाधिकारी दीपक रावत ने आज ललतारौ पुल, खड्डा पार्किंग, शंकराचार्य चैक से लेकर कनखल मार्ग का किया निरक्षण
हरिद्वार। मेलाधिकारी दीपक रावत ने आज ललतारौ पुल, खड्डा पार्किंग, शंकराचार्य चैक से लेकर कनखल मार्ग, दादू चैक, दिव्य योग मंदिर, कृृष्णानगर, देवपुरा, भल्ला कालेज ग्राउंड, गौरी शंकर द्वीप आदि स्थानों का निरीक्षण किया। उन्होंने सर्वप्रथम ललतारौ पुल का निरीक्षण किया तथा उसकी मजबूती की जांच की एवं पुल के बारे मे अधिकारियों से जानकारी ली। साथ ही ललतारौ पुल से होकर सीसीआर की ओर जाने वाली सड़क के बारे में पूछताछ की। उन्होंने यूपीडीसीसी के अधिकारियों से रोड़ी बेलवाला क्षेत्र में पड़े मलबे को 24 घंटे में हटवाने का निर्देश अधिकारियों को दिये।
उन्होंने रामायण पथ का भी निरीक्षण किया तथा सड़क असमतल होने और आधे हिस्से के सड़क की खराब स्थिति पर नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों से इसे दो दिन में ठीक कराने का निर्देश दिये।
मेलाधिकारी ने मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पिछली बार कुम्भ मेले में हुई घटना को देखते हुए इस बार के लिए ललतारौ पुल की साइड की रेलिंग को एक सप्ताह में ठीक कराने का निर्देश लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिये गये हंै। सड़कों की खराब गुणवत्ता के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह सड़कें पहले से बनी हंै। इसकी जांच कराई जा रही है। टेंटेज पर भारत सरकार की एसओपी का पालन कराया जा रहा है। उन्होंने पर्यावरण स्वच्छता जन हितकारी समिति की ओर से खड्डा पार्किंग में संचालित शौचालय में पानी, साबुन आदि व्यवस्थाओं को देखा तथा इन्हें दुरूस्त करने और वहां पडे हुये कबाड़ को तुरन्त हटाने का निर्देश दिये।
मेलाधिकारी ने खड्डा पार्क में बीमार व असहाय स्थिति में पड़े बुजुर्ग को एंबुलेंस से अस्पताल भेजकर इलाज कराने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिये।
मेलाधिकारी ने शंकराचार्य चैक से लेकर कनखल मार्ग का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सड़क किनारे पड़े सामानों को हटवाने और लीकेज वाली टोटी को बदलवाने का निर्देश दिये तथा कनखल के संत महेंद्र सिंह मार्ग और पुलिया को देखा। टूटी पुलिया की रेलिंग और टूटी सड़क के निर्माण में देरी का कारण पूछा। उन्होंने अपर मेलाधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र से मामले का निस्तारण करते हुए यूपीसीएल और स्थानीय विभागों के अधिकारियों से तुरंत काम शुरु कराने के निर्देश दिये। उन्होंने दादू चैक से दिव्य योग मंदिर की ओर जाने वाली सड़क के टूटी होने पर नाराजगी जताई और इसे आपसी समन्वय स्थापित करते हुये यथाशीघ्र बनाने के निर्देश दिये।
उन्होंने इसके पश्चात कृष्णानगर में डेढ किमी लंबे सडक मार्ग का भी निरीक्षण किया।
श्री दीपक रावत ने तत्पश्चात होटल शिवमूर्ति ग्रांड देवपुरा के निकट बन रही पुलिया के निर्माण को भी देखा तथा कार्य की धीमी प्रगति के बारें में अधिकारियों से पूछा। इस पर अधिकारियों ने बताया कि यहां पर पहले से तारों का जाल फैला होने की वजह से निर्माण कार्य की गति धीमी रही, लेकिन अब यह कार्य जल्दी ही पूर्ण हो जाएगा।
मेलाधिकारी देवपुरा से भल्ला कालेज ग्राउंड पहुंचे, जहां उन्होंने लगभग एक हजार पुलिसकर्मिको के लिए निर्मित होने वाले टैंटों एवं शाौचालयों का बारीकी से निरीक्षण किया। वहां उपस्थित अधिकारियों ने मेलाधिकारी को बताया कि यहां लगभग 150 टैंट लगने हैं, जिनमें से 120 बनकर तैयार हंै तथा लगभग 52 अस्थायी शौचालयों का भी निर्माण किया जा रहा है। मेलाधिकारी ने मौके पर टैंटो में लगने वाली बल्लियों की मजबूती की भी जांच की।
उन्होंने जिला क्रीडा अधिकारी को निर्देश दिये कि वे जितने भी पूर्व में बने हुये शौचालय हैं, उनकी भी मरम्मत करके प्रयोग में लाने के लिए तैयार कराएं।
श्री दीपक रावत ने भल्ला कालेज ग्राउंड में ही उपस्थित अधिकारियों से रानीपुर झाल वाला ब्रिज, सिडकुल-धनौरी मार्ग, ऋषिकेश आस्था पथ, चमगादड टापू घाट पर चेन लगाने, कांगडा घाट से मलबा हटाने तथा निर्मित हो रहे मीडिया सेंटर के कार्यों में हुयी प्रगति के सम्बंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली।
मेलाधिकारी भल्ला कालेज ग्राउंड से निरीक्षण करते हुये गौरी शंकर द्वीप पहुंचे। वहां उन्होंने गौरी शंकर द्वीप से हाईवे की ओर जाने वाली सडक के गुणवत्ता की जांच की तथा वहां उन्होंने मौजूद थर्ड पार्टी को कोर कटर मशीन से सडक का कोर निकालने को कहा। उन्होंने कोर कटर मशीन द्वारा कोर निकालने में काफी समय लगाने पर नाराजगी जताई तथा पुराने उपकरण रखने पर अधिकारियों को थर्ड पार्टी पर दस प्रतिशत पैनल्टी लगाने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर अपर मेलाधिकारी डाॅ0 ललित नारायण मिश्र, हरबीर सिंह, उप मेलाधिकारी अंशुल सिंह, किशन सिंह नेगी, दयानंद सरस्वती, विशेष कार्याधिकारी कुम्भ मेला महेश शर्मा, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण दीपक कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई डीके सिंह, सेक्टर मजिस्ट्रेट, विद्युत सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।