नरेंद्र मोदी सेना सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास गर्ग ने गुरूनानक जी के प्रकाशोत्सव पर दी देश व प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं
(संवाददाता Uk sahara)
देहरादून। नरेंद्र मोदी सेना सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास गर्ग ने ने गुरु नानक जी के प्रकाशोत्सव एवं कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देश व प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए इस प्रकाश उत्सव पर देश व प्रदेशवासियों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि की भी कामना की है।
विकास गर्ग ने कहा है कि गुरु नानक जी ने समाज में ऊंच नीच, भेदभाव, वैमनस्यता को दूर करने तथा सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि गुरु नानक जी द्वारा दिए गए सामाजिक समरसता, एकता, शान्ति एवं सौहार्द का संदेश आज पहले से भी अधिक प्रासंगिक हैं।
विकास गर्ग ने कहा लगभग 505 साल पहले गुरुनानक देव जी अपनी दूसरी यात्रा के दौरान इंदौर, बेटमा और ओम्कारेश्वर आये थे। यहां पर जहां उन्होंने सबद बनाया था वहां ऐतिहासिक महत्व के गुरुद्वारे आज भी मौजूद है। उनकी इस यात्रा का उल्लेख पुरातन ग्रंथ गुरु खालसा में मिलता है. आज के समय में भी इन गुरुद्वारों में हर साल प्रकाश पर्व पर हजारों की संख्या में सिख धर्म को मानने वाले एकत्रित होते हैं। सिख धर्म के अनुयाई बताते हैं कि गुरु साहब ने इमली के पेड़ के नीचे बैठकर सबद सुनाया था और उस स्थान पर गुरुद्वारा इमली साहब और बेटमा में बावड़ी का खारा पानी मीठा हो गया था। आज भी उस स्थान पर गुरुद्वारा बावड़ी साहब बनी हुई है इसी तरह ओमकारेश्वर में भी गुरुद्वारा ओमकारेश्वर का निर्माण हुआ था।
श्री गर्ग ने कहा गुरु नानक देव जी जहां भी गए उन्होंने सदैव बराबरी की बात करी। उनका मानना था कि समाज को धर्म जाति और लिंग जैसे किसी भी बिंदुओं के आधार पर बांटना नहीं चाहिए। इसी को लेकर कहा जाता है “नानक नाम चढ़दी कला तेरे भाने सरबत दा भला।
विकास गर्ग ने कहा सिख धर्म के गुरु गुरु नानक देव जी ने ही एक ओंकार का नारा दिया था. इसका मतलब होता है कि पृथ्वी के सभी प्राणियों का ईश्वर एक है और वही सच है. वही सब को बनाने वाला है. गुरु नानक जी का कहना था कि हमें जीवन में किसी भी विलासिता की चीज के पीछे नहीं भागना चाहिए. सिर्फ अपने कर्म पर ध्यान देना चाहिए ऐसा करने से लड़ाई झगड़े खुद ही खत्म हो जाते हैं।