कांवड मेले में घायल शिवभक्त कांवडियां को रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चौधरी ने स्वयं की गाडी से पहुंचाया अस्पताल
(संवाददाता Uk sahara)
हरिद्वार। कांवड मेले में घायल शिवभक्त कांवडियां को रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चौधरी ने स्वयं अपने वाहन से जिला चिकित्सालय पहुंचाकर तुरन्त उचित इलाज कराने के उपरान्त घर भेजने की व्यवस्था की जिसके लिये कांवडियों द्वारा विशेष सराहना की जा रही है।
कांवड मेला में शिवभक्त कांवडियों का अपार जनसैलाब उमड़ रहा है जिसके कारण कोई भी वाहन चल पाना संभव नहीं हो रहा है। श्रवण नाथ नगर स्थित उछाली आश्रम के पास न्यू शीलमपुर दिल्ली से शिवभक्त कांवड़ियों का एक दल गंगाजल लेकर अपने घर जाने के लिये तैयारी कर ही रहा था कि उसी समय कांवड़ियों में से एक कांवड़िया 21 वर्षीय रवि गिरकर घायल हो गया उधर से रेड क्रास सचिव डा0 नरेश चौधरी जा रहे थे वहां पर उपस्थित कांवडियों ने उनको अवगत कराया कि हमारा साथी असहनीय दर्द से चिल्ला रहा है और चलने में असमर्थ है तब डा0 नरेश चौधरी ने उसका चिकित्सा परीक्षण किया देखने में आया कि उसके घुटने की पटेला बोन (घुटने की कटोरी) अपने स्थान से हट गयी है जब तक वह अपने स्थान पर नहीं आ जाती तब तक कोई व्यक्ति चल फिर नहीं चल सकता और उसके उपचार उपरान्त ही वह चलने में समर्थ हो सकता है, तुरन्त ही घायल कांवड़िये को डा0 नरेश चौधरी द्वारा अपने स्वयं के वाहन से जिला चिकित्सालय ले जाया गया।
परन्तु वहां पर रविवारीय अवकाश के कारण आर्थोपेडिक चिकित्सा विशेषज्ञ उपस्थित नहीं थे । डा0 नरेश चौधरी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 कुमार खगेन्द्र सिंह से वस्तु स्थिति अवगत करायी जिससे मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आर्थोपेडिक चिकित्सक डा0 शिवम को उनके आवास से आकस्मिक बुलाकर शिवभक्त कांवडियें का चिकित्सीय परीक्षण उपरान्त उचित इलाज कराया तथा इलाज के बाद घायल शिवभक्त कांवडिये को उसके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने की ऐंम्बुलेंस वाहन व्यवस्था भी डा0 नरेश चौधरी द्वारा स्वयं करायी गयी। जिसकी सभी शिवभक्त कांवडियों ने विशेष सराहना करते हुए कहा कि डा0 नरेश चौधरी हमारे लिये दूत बनकर आये और उनके द्वारा हमारे लिये जो उल्लेखनीय सहयोग किया उसको हम जीवन भर नहीं भूल सकते इसके लिये वे हमारी ओर से विशेष रूप से धन्यवाद के पात्र हैं। कांवड दल के घायल कांवडिया के साथी अभि ठाकुर ने कहा यदि समय से इलाज नहीं हो पाता तो शिवभक्त कांवडिये को मानसिक एवं शारीरिक कष्ट के साथ आर्थिक व्यय भी अधिक करना पड़ सकता था इसके लिये हम सभी कांवडिये जिला प्रशासन द्वारा की गयी उत्कृष्ठ व्यवस्थाओं की भी सराहना करते हैं।