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कला,संगीत,वादन व गायन के माध्यम से संस्कार रोपित करना आज की आवश्यकता : ऋतु खण्डूडी भूषण

देहरादून । कला,संगीत,वादन व गायन के माध्यम से संस्कार रोपित करना आज की आवश्यकता है यह बात ऋतु खण्डूडी भूषण ने कही।
कलाश्रय सांस्कृतिक संस्था द्वारा भारत रत्न प०भीमसेन जोशी की स्मृति में सातवें भीमसेन संगीत समारोह का उद्दघाटन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण व डा० रमेश पोखरियाल निशंक पूर्व मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलन द्वारा किया, तत्पश्चात संस्था की वार्षिक स्मारिका का विमोचन मुख्य अतिथि ऋतु खण्डूडी भूषण द्वारा किया गया ।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती खण्डूडी ने कहा कि शिक्षा का सम्बन्ध जहां बुद्धि से है वही कला का सम्बन्ध मन ,हृदय और आत्मा से है कला संगीत अनेक तत्वों का प्रतिफल है ये तत्व आन्तरिक भी होते है और वाह्रय भी साथ ही व्यक्ति परक भी होते है व वस्तु परक भी ऐसे सभी तत्वों में कला का स्थान सर्वोपरी है ।

विधानसभा अध्यक्ष ने भारत रत्न भीमसेन जोशी को स्मरण करते हुये कहा कि वे भारतीय शास्त्रीय संगीत के महानायक थे। उनकी स्मृती में कलाश्रय संस्था द्वारा संगीत समारोह का आयोजन करना शास्त्रीय संगीत के मर्मज्ञ जोशी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।

ऋतु खण्डूडी भूषण द्वारा कलाश्रय सांस्कृतिक संस्था के प्रयासों की सहराना करते हुये कहा कि कला संस्कृति को समर्पित संस्था भारतीय शास्त्रीय संगीत को उत्तराखंड में प्रचारित व प्रसारित करने का प्रयास कर रही है जिससे आने वाले समय में प्रदेश के कलाकारों को एक मंच मिल सकता है इस प्रकार के समागम की उत्तराखंड के कलाकारों को आवश्यकता भी महसूस होती है ।

कार्यक्रम में संगीत जगत के अनेक कलाकारों को विधानसभा अध्यक्ष ने सम्मानित भी किया व शास्त्रीय संगीतज्ञों ने अपने वादन, गायन व जुगलबंदी से श्रोताओं को आत्मविभोर व मन्त्र मुग्ध किया ।

इस अवसर पर पी०एम०ओ० पूर्व प्रशानिक अधिकारी भास्कर खुल्वे , यमनोत्री विधायक संजय डोभाल ,सूर्यकांत धस्माना, डा०एस फारुखी ,रौनक जैन ,हिमांशु दरमोड़ा अंबुजा थपलियाल राम चक्रवती आदि गणमान्य संगीत प्रेमी उपस्थित रहे ।

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