एवरेस्ट विजेता पिथौरागढ़ निवासी पर्वतारोही मनीष क्रिशन्याल ने सीआईएमएस के छात्र-छात्राओं से किया संवाद, एडवेंचर से जुडे रहस्यों से कराया रूबरू
एवरेस्ट विजेता पिथौरागढ़ निवासी पर्वतारोही मनीष क्रिशन्याल ने सीआईएमएस के छात्र-छात्राओं से किया संवाद, एडवेंचर से जुडे रहस्यों से कराया रूबरू
देहरादून। माउंट एवरेस्ट फतह कर चुके पिथौरागढ़ निवासी पर्वतारोही मनीष क्रिशन्याल ने गुरूवार को देहरादून के कुंआवाला स्थित सीआईएमएस एंड आर कॉलेज पहुंचे जहां संस्थान के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने कॉलेज परिसर में उनका स्वागत किया। और उन्हें माउंट एवरेस्ट सहित हिमालय की अनेक चोटियों को फतह करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा मनीष ने जीवन में आसान राह ना चुनकर कठिन राह को चुना और आज एडवेंचर के क्षेत्र में कार्य कर देश- विदेश में नाम कमा रहे हैं। उन्होंने मनीष को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए आज की युवा पीढ़ी को भी इस क्षेत्र में आने के लिए प्रेरित करने की अपील की।
बता दें कि मनीष ने 2021 में भारतीय पर्वतारोही दल का नेतृत्व करते हुए माउंट एवरेस्ट को फतह किया तो वहीं भारतीय हिमालय के अब तक वह 20 से अधिक चोटियों को सफलतापूर्वक फतह कर चुके हैं। मनीष के नाम 8 वर्ल्ड रिकॉर्ड व 7 नेशनल रिकार्ड दर्ज हैं। पर्वतारोहण के साथ-साथ वह समाज सेवा के क्षेत्र में भी बढ़-चढ़ अपनी भागीदारी निभा रहे हैं, जिसके लिए उन्हें 2015 व 2020 में राज्यपाल पुरस्कार मिल चुका है। जबकि 2017 में उन्हें स्वच्छता पुरस्कार से सम्मानित किया।
मनीष क्रिशन्याल ने सीआईएमएस देहरादून के छात्र-छात्राओं से भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप अपने लक्ष्य को सामने रखते हुए उसे हासिल करने का प्रयास करें। और आप जीवन में जो कुछ बनना चाहते हैं उस ओर मजबूती के साथ आगे बढ़ें, क्योंकि हमारे समाज में कई ऐसी चीजें है जो आपको लक्ष्य से भटका सकती हैं। उन्होंने कहा कि वह एडवेंचर फील्ड को आगे बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं। पर्वतारोहण पर्यटन का एक हिस्सा है, और युवा इसमें ट्रेक लीडर, गाइड और अपनी कंपनी खोलकर अच्छा रोजगार भी पैदा कर सकते हैं। उत्तराखण्ड़ में रहते हुए पहाड़ हमारे पास हैं जहां हमें ऐसे अनेक अवसर मिलेंगे। कार्यक्रम में संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय जोशी, डायरेक्टर केदार सिंह अधिकारी, प्रिसिपल रबीन्द्र कुमार झा, प्रशासनिक अधिकारी मोहित बिष्ट, शिक्षक एवं कर्मचारीगण सहित 500 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।