उत्तरकाशी में 2018 से बेधड़ले से चल रही अवैध मीट मांस की सभी दुकानें
उत्तरकाशी में 2018 से बेधड़ले से चल रही अवैध मीट मांस की सभी दुकानें
उत्तरकाशी में अवैध मीट मांस का कारोबार दिन प्रतिदिन बिना शासन प्रशासन के डर भय से बेधड़ले से चल रहा है शहर के सभी दुकानों के लाइसेंस 2018 से अभी तक रिन्यूअल नहीं हो पाए। नगर पालिका के एक वरिष्ठ अधिकारी से ज्ञात हुआ है कि लाइसेंस का जिम्मा अब नगर पालिका के अधीन नहीं है जो कि अब सीएमओ के अधीन हो गया है इस उपलक्ष में राष्ट्रीय हिंदू संघ के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर सुरेंद्र सिंह परमार का कहना है कि उत्तरकाशी एक पहाड़ी जिला है, जो उत्तराखंड राज्य का हिस्सा है। इस जिले में भागीरथी नदी बहती है, जो गंगा नदी का एक प्रमुख सहायक है।
इसलिए गंगा नदी के आसपास मीट की दुकान नहीं होनी चाहिए क्योंकि उत्तरकाशी एक धर्म नगरी है यहां बाबा विश्वनाथ की धरती है अगर शासन प्रशासन द्वारा दुकानों को लाइसेंस आवंटित भी किए जाते हैं तो नियमों के अधीन ही लाइसेंस वितरित किए जाएं जैसे कि वे नदी के किनारे नहीं होनी चाहिए, वे शुद्ध और स्वच्छ होनी चाहिए, वे जानवरों को बिना दर्द के मारने के लिए विधि का पालन करनी चाहिए, और वे अपने ग्राहकों को उचित रसीद देनी चाहिए।
उत्तरकाशी में कुछ लोग इन नियमों का उल्लंघन करते हुए अवैध रूप से मीट मांस का कारोबार करते हैं, जो पर्यावरण, स्वास्थ्य और सामाजिक शांति के लिए खतरा बनता है। इन लोगों को पकड़ने और रोकने के लिए प्रशासन और पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण है।