तस्करों के विरूद्ध कार्यवाही, एक महिला पर अब तक अलग-अलग मामलों में दर्जनो मुकदमे
तस्करों के विरूद्ध कार्यवाही, एक महिला पर अब तक अलग-अलग मामलों में 17 मुकदमे दर्ज
(संवाददाता Uk Sahara)
देहरादून। एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा दिनांक 23.11.21 की गये नशा तस्करों के विरूद्ध कार्यवाही में आज गिरप्तार सभी पांचों अभियुक्तों और वांछित अपराधियों की आपराधिक इतिहास की छानबीन शुरू कर दी गयी है तथा इनसे जुड़े अन्य लोगों की जानकारी की जा रही है अभी तक की जानकारी मेें आया कि ऋषिकेश क्षेत्र से गिरप्तार की गयी महिला सन्तोष के विरूद्ध थाना ऋषिकेश में अब तक आबकारी एक्ट, गुण्डा एक्ट और एनडीपीएस के 17 मामले अन्तर्गत मामले पंजीकृत हुये हैं।
इसके अलावा इस गैंग के मुख्य कर्ताधर्ता जिला कारागार में अल्मोड़ा में निरूद्ध महिपाल उर्फ बड़ा पुत्र स्व0 रतिराम निवासी नई जाटव बस्ती, थाना ऋषिकेष, देहरादून का आपराधिक इतिहास हत्या, गुण्डा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, एनडीपीएस एक्ट व आबकारी में करीब 16 अभियोग पंजीकृत होना पाया गया है तथा इस समय यह अभियुक्त हत्या के माामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। इसके अलावा अंकित विष्ट उर्फ अंगी दा पुत्र सादर सिंह विष्ट निवासी निम्बूचैड़, कोटद्वार पौड़ी गढ़वाल के विरूद्ध थाना पे्रमनगर व थाना कफकोट बागेश्वर में एनडीपीएस एक्ट के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत होना पाया गया है।
वांछित अपराधियों का विवरण
- अजय कुमार गुप्ता पुत्र पुत्र मतरू लाल निवासी म0न0 356 आलमगिरी गंज बरेली उ0प्र0।
- ऋषिकेश क्षेत्र के एक महिला जो कि अल्मोड़ा जेल में निरूद्ध अभियुक्त महिपाल सिंह के सम्पर्क में फोन के माध्यम से रहना पाया गया है तथा जिसको ऋषिकेश क्षेत्र में मादक पदार्थ की सप्लाई अजय कुमार गुप्ता पुत्र पुत्र मतरू लाल निवासी म0न0 356 आलमगिरी गंज बरेली उ0प्र0 के माध्यम से महिपाल द्वारा किया जाता है के विरूद्ध भी कार्यवाही किये जाने हेतु जानकारी की जा रही है।
- भूपेन्द्र सिंह उर्फ भुप्पि पुत्र अज्ञात निवासी ग्राम चौड़ा, कफकोट, बागेश्वर, (मुख्य चरस सप्लायर) उपरोक्त के अलावा इस व्यक्ति के विरूद्ध भी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता की जानकारी जुटायी जा रही है।
आपराध का तरीका
उपरोक्त सभी अपराधी आपस में फोन के माध्यम से सम्पर्क में रहते हैं तथा समस्त लेन देन डिजीटल पे के माध्यम से करते हैं। जेल में निरूद्ध अभियुक्त महिपाल व अंकित विष्ट द्वारा सबसे पहले मादक पदार्थ स्पलायर भूपेन्द्र उर्फ भुप्पि से बात की जाती है कि कितना सामान किसको कहां भेजना है, साथ ही सामान को सम्बन्धित पेडलर को भेजने का दिन समय व तरीका तय किया जाता है उसके बाद मादक पदार्थ को भूपेन्द्र उर्फ से प्राप्त करके वांछित चल रहे अभि0 अजय गुप्ता जो कि रोडवेज डिपो में संविदा में कंडक्टर का कार्य करता है द्वारा सन्तोष रावत, दीपक तिवारी, भास्कर नेगी व महिला सन्तोष को दे दिया जाता है जो आगे छोटे छोटे टुकड़ों सामान को विक्रय कर देते हैं। सामान विक्रय होने के बाद पेमेन्ट पेडलर्स द्वारा गुगल पे के माध्यम से मनीष विष्ट ,जो कि सरकारी अस्पताल पौड़ी में ब्लड बैंक में कार्य करता है, तथा महिला सन्तोष द्वारा महिपाल की परिचित महिला के एकाउन्ट में डाल दी जाती है, जिनका कार्य है सामान का पैसा मादक पदार्थ सप्लायर भूपेन्द्र को समय पर विभिन्न माध्यम से देना होता है।
नोट- दीपक तिवारी एक प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से बी टेक का छात्र है,अंकित बिष्ट लॉ ग्रेजुएट एक नामी कॉलेज से है व अन्य भी मनीष बिष्ट व संतोष रावत डिप्लोमा होल्डर व एक सरकारी ब्लड बैंक में कार्यरत है।
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