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उधमसिंह नगर : बचपन को मिला नया जीवन, धामी सरकार की देखरेख में संवर रहा है उत्तराखंड का भविष्य!

बचपन को मिला नया जीवन, धामी सरकार की देखरेख में संवर रहा है उत्तराखंड का भविष्य!

ऊधम सिंह नगर। डॉ0 के0के0 अग्रवाल (मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा उत्तराखंड राज्य, जहाँ प्रकृति की सुंदरता बसी है, वहीं अब स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में भी नए कीर्तिमान गढ़े जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सशक्त नेतृत्व में उत्तराखंड में संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (RBSK) एक ऐसा उजास बनकर उभरा है, जो बच्चों के उज्ज्वल भविष्य को स्वस्थ दिशा दे रहा है।

यह केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि राज्य सरकार की उस संवेदनशील सोच का प्रतिबिंब है, जो हर बच्चे के जीवन में खुशियों की रौशनी भरने का संकल्प लिए हुए है। जन्म से लेकर 18 वर्ष तक के बच्चों में जन्मजात दोष, गंभीर बीमारियाँ, विकास में विलंब जैसी चुनौतियों की पहचान कर उनका समय पर उपचार सुनिश्चित करना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। यह बच्चों के संपूर्ण स्वास्थ्य की गुणवत्ता को सुधारने और उन्हें एक बेहतर जीवन देने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।

आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों और स्वास्थ्य संस्थानों में नियमित जांच के माध्यम से बच्चों को चिन्हित कर जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र (DEIC) में विशेषज्ञों द्वारा निःशुल्क इलाज और देखभाल प्रदान की जाती है। यह उन नन्ही मुस्कानों के पीछे की चुप पीड़ा को समझने और मिटाने का नाम है।

जनपद ऊधम सिंह नगर में रुद्रपुर स्थित DEIC केंद्र इस मिशन का जीता-जागता उदाहरण है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. के. के. अग्रवाल के अनुसार, विगत तीन वर्षों में इस केंद्र में 115 से अधिक बच्चों का सफलतापूर्वक उपचार किया गया है, और आज वे बच्चे स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर हैं। जो बीमारियाँ यहाँ संभव नहीं होतीं, उन बच्चों को देश के अग्रणी संस्थानों में भेजकर पूर्णतः निशुल्क इलाज की व्यवस्था की जाती है यह सरकार की प्रतिबद्धता और मानवीयता दोनों का प्रमाण है।

DEIC केंद्र में जारी यह सतत सेवा केवल आंकड़ों की उपलब्धि नहीं, बल्कि उन माता-पिताओं के विश्वास की कहानी है, जिनकी आँखों में अब उम्मीद की चमक है। जिन बच्चों ने कभी चलना भी नहीं सीखा था, वे अब स्कूल जा रहे हैं, खेल रहे हैं, मुस्कुरा रहे हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की यह पहल एक ऐसी मिसाल बन चुकी है, जो बताती है कि जब नेतृत्व संकल्पित हो, तो स्वास्थ्य, सेवा और संवेदना मिलकर चमत्कार कर सकते हैं।

यह कार्यक्रम सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि उत्तराखंड के भविष्य की नींव है, जो हर बच्चे को समान अवसर और स्वस्थ जीवन देने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

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