Thu. Nov 21st, 2024

इजरायल कृषि प्रौद्योगिकी में विश्व में अग्रणी : राज्यपाल

देहरादून । राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) की अध्य़क्षता में इण्डो-इजराइल एग्री0 प्रोजेक्ट के सहयोग से उत्तराखण्ड में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना करने के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक मे कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी भी उपस्थित रहे। कृषि मंत्री ने अवगत कराया कि भारत और इजराइल के बीच कृषि के क्षेत्र में जी-2जी स्तर पर रणनीतिक सहयोग है। यह साझेदारी 2006 में हस्ताक्षरित एक एम0ओ0यू0 के आधार पर भारत इजरायल कृषि परियोजना में विकसित हुई। इस परियोजना का लक्ष्य फसल विविधता को बढ़ावा देना तथा कम से कम जल के प्रयोग से उत्पादकता बढ़ाना है। जिसमें इज़राइली एग्रीकल्चर प्रौद्योगिकियों को स्थानीय भारतीय परिस्थितियों के अनुरूप विकसित कर तकनीकी ज्ञान प्रसारित करना है।

इस अवसर पर एम्बेसी ऑफ इजराइल, नई दिल्ली से आए येअर इशेल ने बताया कि भारत में इण्डो-इजराइल एग्रीकल्चर परियोजना के तहत 24 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किये जा चुके हैं। उत्तराखण्ड राज्य में मैदानी एवं घाटी क्षेत्रों में उपोष्ण बागवानी की संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किये जाएंगे, जिसमें पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय का सहयोग प्राप्त किया जायेगा।

बैठक में राज्यपाल ने कहा कि इज़राइल कृषि प्रौद्योगिकी में विश्व में अग्रणी है और वहां कृषि अत्यन्त विकसित उद्योग के रूप में स्थापित है। सेन्टर ऑफ एक्सिलेंस के बन जाने से उत्तराखण्ड में कृषि के क्षेत्र में एक क्रांति आएगी। राज्यपाल ने इजराइल देश द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि इजराइल में ड्राई लेण्ड फार्मिंग में कृषि क्षेत्र में कम पानी के समुचित प्रयोग के द्वारा अत्यधिक उत्पादन किया जा रहा है। इजराइल भ्रमण के दौरान वहां पर किये जा रहे रिसर्च एवं डेवलपमेंट कार्यों को देखा गया, जो कि कृषि एवं औद्यानिकी के क्षेत्र में एक क्रांति लाये हैं। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में इस कार्य को करने के लिए मिशन मोड में स्पष्ट उद्देश्य, विजन, रोड मैप तैयार करते हुए पूर्ण प्रतिबद्धता से कार्य किये जाने की आवश्यकता है।

कृषि मंत्री द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि उक्त कार्यक्रम समयान्तर्गत कराने हेतु पूर्व विधायक श्री राजेश शुक्ला द्वारा विशेष सहयोग एवं समन्वय किया गया। बैठक में सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण श्री दीपेन्द्र चौधरी द्वारा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना हेतु समय अन्तर्गत कार्यवाही करने की निर्देश प्रदान किये गए। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के सम्बन्ध में मिशन मोड के अन्तर्गत कार्यवाही सम्पादित की जायेगी। इस बैठक में परियोजना अधिकारी इजराइल एम्बेसी श्री ब्रह्मा देव, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी, विश्वविद्यालय के कुलपति डा0 मनमोहन सिंह चौहान, अपर निदेशक डा0 आर0 के0 सिंह व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *